पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार राज्य फसल सहायता अनुदान के आवेदन की तिथि बढ़ाने की मांग की है।
पांडेय ने रविवार को कहा कि राज्य के सभी जिलों में आयी आंधी-तूफान एवं बेमौसम बारिश के कारण किसानों की फसलों का क्षति हुई है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। आंधी-तूफान एवं भारी वर्षा से तैयार गेहूं, गर्मा फसल मूंग, उड़द, तिल, मक्का, मूंगफली, पान, अरहर, केला, प्याज बर्बाद हो गया है। फसलों के नुकसान के लिये बिहार राज्य फसल सहायता अनुदान के आवेदन की तिथि 15 अप्रैल 2025 तक ही निर्धारित की गई है जो कम है। कम समय में किसान आवेदन नहीं कर सकते इसलिए आवेदन की तिथि 15 अप्रैल से बढ़ाकर 15 मई 2025 तक किया जाये।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि किसानों ने कर्ज लेकर गेंहू की खेती की लेकिन इस बेमौसम बारिश और आंधी से गेहूं की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी। इसी तरह आम और लीची के फसल को भी भारी क्षति हुई है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य सरकार से फसल क्षति का मूल्यांकन कराने और किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये की दर से मुआवजा देने की मांग करती है। साथ ही फसल सहायत अनुदान के लिए आवेदन की तिथि को 15 मई 2025 तक बढ़ाने की मांग करती है।